हमेशा खुश कैसे रहे | How To Be Happy Always

Hello दोस्तों, क्या आप भी Happy होना चाहते हैं लाइफ में? और क्या आप Already Happy है अपने लाइफ में? Happy मतलब क्या खुश! क्या हमारा लाइफ ऐसा हो सकता है की जो भी हो, जैसा भी हमारा लाइफ हो, चाहे दुःख भी क्यों न हो, लेकिन फिर भी आप अंदर खुश रहे। और क्या हमेशा खुश रहना possible हैं? क्या आप जानना चाहते हैं कि हमेशा खुश कैसे रहे, या हर पल ख़ुशी से कैसे जी सकते हैं, तो आज का यह पोस्ट आपके लिए ही है। तो देखिये आज कल हमलोग ऐसे busy हो जाते है अपने काम में जिससे स्ट्रेस और एंग्जायटी बढ़ने लगा है और ऐसे में आप कही पर फस जाते है, मतलब कोई भी काम करो लेकिन ज्यादातर काम में आपको मतलब दुख ही मिलेगा।

हम ऐसे busy हो जाते है हमे अपने ऊपर कोई ध्यान ही नहीं है, तो आप जब पुरे दुख में पर जाते हो कही भी कभी भी तो आपके mind में ऐसा thoughts जरूर आता ही क्या होगा की क्या हम हर समय खुश रह सकते हैं? क्या ऐसा तरीका है की हम हमेशा खुश ही रहे? तो दोस्त आज मैं इसी के ऊपर कुछ थॉट्स आपलोगों के साथ शेयर कर रहा हूँ –

हमेशा खुश कैसे रहे? – How To Be Happy Always?

ये जो Happiness शब्द है ना, ये बोलने में तो एक छोटा शब्द है, लेकिन इसको proper तरीकेसे अपने लाइफ उतार ने के लिए आपको बहुत ही intelligent के साथ इसका deal करना चाहिए। Right Direction में आपको उसपे एफर्ट डालना होगा।

तो इसके लिए आपको अपनी Thought Process को Conquer करना पड़ेगा। मतलब अपने Thinking के ऊपर आपका पूरा Control होना चाहिए। जो ऐसा भी नहीं है की एक अपनी Thought Process को जीत लिया तो अपनी पूरी जिंदगी खुश ही रहने वाले हैं।

ये कभी खत्म न होने वाली process है की अपनी thought process यानी thinking को हमेशा हर वक़्त अलग अलग situation पर आपको conquer करना होगा। क्यूंकि इस जैसे ही situation तो हर दिन हर वक़्त होने वाला नहीं है ना !

आपको अपने Thoughts को Filter करना होगा। अपने Mind में झांक करके देखना होगा कि मैं खुद अंदर ही अंदर अपने आपको क्या बोल रहा/रही हूँ ! वहां से Happiness Create होती हैं। Happiness वो होता है की आपके जीवन के प्रति आपके दृष्टिकोण कैसा है। मतलब आपका अपने लाइफ को कैसे देखते हैं, देखने का नजरिया।

Happiness वो होता है कि आप उसको कैसे Explained करते हैं कि आपके साथ क्या हो रहा है, किसी और को नहीं अपने आपको। और ख़ुशी के बारे में Explain करना और आपके साथ जो कुछ भी हो रहा उसका बहुत ज्यादा फर्क होता है।

आपके लाइफ में ख़ुशी उनसे आता है की आप ख़ुशी को कैसे Explained करते हैं, आप लाइफ को किस तरह से देख रहे हो, आप खुद के अंदर ही अंदर अपने आपको क्या बोल रहे हो।

आप चाहो तो अपने आपको शीशे में देख करके बोल सकते हो की यार मेरी नाक ऐसी, मेरी आँख ऐसी है, मेरा ये है, मेरा वो है कुछ भी……. चाहो तो और चाहो तो ये भी बोल सकते हो की यार क्या कुदरत का नायब, अजूबा है ये……

मतलब आप कुछ भी बोल सकते हो। जैसा आप बोलोगे अपने आपको, जो आपके words होंगे ना, जो आप use करते हो अपने लिए अकेले में अपने Mind में वो एक तरह मैजिक है।

ज्यादातर लोगों को ये पता नहीं हैं। एक तरह का words आप बोलते रहो बोलते रहो बोलते रहो तो कुछ दिन बाद बिलकुल उसी तरीकेसे आप फील करने लग जाओगे। जैसे आप फील करोगे वैसे ही आपका व्यवहार हो जायेगा, वैसे आदतें पड़ जाएँगी, वैसे ही actions होने लग जाएँगी और वही सब results आने लग जाएँगी। लाइफ में वैसा ही सब कुछ होने लग जायेगा। और वैसा ही आप हर वक़्त सोचने लग जाओगे।

लेकिन 99% लोग इसको समझते नहीं हैं की ये मैजिक की तरह कैसे काम करता है। और उनके black मैजिक चल रहा होता है। यानी आप उसको negative thinking भी बोल सकते हो। की खुद ही अपने अंदर कुछ अपने आपको ऐसा बोल रहे हैं बैठे बैठे अकेले में अरे यार मेरी तो लाइफ ख़राब है। जहाँ आपने ये बोला अपने आपको की मेरी लाइफ बेकार है, उसकी लाइफ बढ़िया है, वो चाहे कोई भी हो सकता है, वही लाइफ ख़राब होनी शुरू !

आप धीरे धीरे फंसते चले जाओगे। अब यहाँ से आप नीचे गिर रहे हो। और जहाँ पे गिरोगे उसको क्या बोलते हैं दुःख। उसको Sadness बोलते हैं और अगर वो बढ़ता चला जाये तो उसको Depression बोलते हैं, Anxiety बोलते हैं, Fear बोलते हैं।

और अगर आप सही तरह Words Use कर रहे हो अपने माइंड में खुद के बारे में, औरों के बारे में। सही तरह से दुनिया को देख रहे हो, सही तरह explain कर रहे हो तो वहां से निकल करके आता है उसको ख़ुशी बोलते हैं, उसको हैप्पीनेस बोलते हैं।

दो तरीके है हमारे पास act करने कि –

Act करने का एक तरीका है –

हम खुश होने के लिए act करें।

यानि की entrance crack करना है वो हो जाएगा तो मैं खुश हूँ, नहीं तो मैं परेशान हूँ, ये person मुझे मिल जाना चाहिए, मिल गया तो मेरी life set है, नहीं मिला तो मेरी ज़िन्दगी झंड है। ऐसे ही हम जीतें है। तो ये एक तरीका है ज़िन्दगी को जीने का, यानि की खुश होने के लिए काम करो, खुश होने के लिए काम करके कुछ achieve करो, वो achieve कर लिया तो खुश हो जाओ कुछ देर के लिए फिर दुखी हो जाओ।

क्योंकि फिर कुछ और achieve करने में लग जाओ फिर भागो। ये एक तरीका है यानि खुश होने के लिए struggle करते रहो मरते दम तक। पहले किसी से जुड़ने की struggle उसके बाद उससे पिछे चुराने की struggle, पहले पटाना है बाद में पीछा चुराना है, यही चलता रहता है, अब क्या करू?  अब उस से अलग तो होना चाहता हूं लेकिन अलग हो नहीं सकता, अब में क्या करू? मैं फस गया हूं मतलब यही फसे रह जाते है।

इसका starting point क्या है – दुख, आपके mind में यही सब चलता रहता है – ‘मैं दुखी हूँ अभी, अभी मैं incomplete हूँ, अभी मैं बेवकूफ हूँ, अभी मैं unsuccessful हूं, तो मुझे successful होने के लिए, मुझे complete होने के लिए, मुझे ये बनने के लिए मुझे ये करना पड़ेगा।’ वो हो गया तो मैं दुनिया की नज़रों में उठ जाऊंगा या उठ जाऊंगी नहीं तो मैं गिर जाऊंगा या गिर जाऊंगी ये एक तरीका है आपके पास act करने के लिए।

दूसरा तरीका क्या है –

‘If You Understand Deeply Who You Are?’ – तो वहा से जो starting point है वो change हो जाता है, अब आपको खुश होने के लिए और कुछ नहीं चाहिए। आप खुश हो इसी moment में खुश हो, तो चाहे कुछ करो या ना करो अब उस खुशी से act करो। मतलब अब चौबीस घंटे खुश रहो और खुशी खुशी कुछ करो, ख़ुशी ख़ुशी कुछ करना है तो करो, नहीं करना है तो मत करो। किसी के बाप का कर्जा देना है क्या? ऐसे सोचो, समझ गए ना? करना है तो खुशी से करो, नहीं करना है तो खुशी से मत करो।

कुछ करना या ना करना इन सब में difference क्या है ?

अभी पहला वाला तरीका जो है वहा पर जिस तरह से दुनिया जी रही है वहा पर दोनो ही जगह पर आप खुश नहीं हो सकते हो। आप कुछ करोगे वहा पर भी competition है, लड़ाई झगड़ा है, मार काट है, ये है, वो है, तो जैसेहि कुछ आपके हिसाब से नहीं हो रहा होगा वहा पे आप दुखी होते रहोगे। दूसरा अगर आपको बोल दिए जाए कुछ नहीं करना है, कुछ time तक, वहा पे भी आप और ज्यादा दुखी हो जाओगी, क्योंकि आपका mind restless हो गया है ना।

तो लोग कुछ करने में भी दुखी है क्यूंकि जब करते है तो बहुत सारी चीज़ें ऐसे होते है जो हमारे हिसाब से नहीं हो रहे होते, वहा भी दुखी हो जाते है। कुछ नहीं करने में और ज्यादा दुखी हो जाते है, उनको बोला जाए ना आपको कुछ नहीं करना दस दिन के लिए यहां पर बैठ जाओ। मेरे साथ में meditation camp पे बस बैठे रहो चुप चाप, दस minute में आपकी हवा निकल जाएगी – ‘ये क्या हो रहा है? मेरे mind में कैसे कैसे thoughts आ रहा है?’ तो ना लोग शांति से सो पा रहा है, ना सेहन से उठ करके काम कर पा रहे। किस वजह से क्यूंकि foundation ही गलत है।

क्या हमारे जीवन का सभी system गलत तरीकेसे काम करता है ?

जी बिलकुल, ये जो हमारे education system है, घर का जो पूरा atmosphere है, वो सारा structure ही बेकार है। वहा से शुरुवात ही यहां से करी जाती है, कि तुम बेवकूफ हो और तुमको कुछ करना है हमारी नज़रों में उठने के लिए तो शुरुवात ही दुख से हो रही है।

जैसे एक building कि foundation अगर खराब है, या एक पेड़ है उसका बीज ही कड़वा है तो उस पेड़ में जो आप कुछ भी कर लो, कड़वा ही रहेगा। जैसे नमक है उसको कहीं भी किसी भी चीज में मिला दो दूध में मिलाओ पानी में मिलाओ, cold drinks में मिलाओ, जिस में मिलाओगे वो भी नमकीन हो जाएगा, ये नमक दुख के जैसा ही है।

जीवन की शुरुवात कहाँ से होनी चाहिए?

 चीनी को आप जहा भी मिलाओगे वहा पर मज़ा आ जाएगा, तो शुरुआत life की होनी चाहिए मीठास से… “In this moment whether i am doing something or i am not doing anything, i am feel with happiness 24/7” यहां से आपकी शुरुवात होनी चाहिए। कभी life में कुछ ऐसी situation आती है जब चाहा करके भी आप कुछ कर नहीं पाते है, physically कोई problem आ गई health से related, दस दिन के लिए bed पे पड़े हुए हो, तो पड़े हुए हो तब भी मजा आ रहा है…. खुच हो, समझ गए ना? मतलब life कि हर state को आप पूरी तरह से enjoy कर रहे हो। ये खुश नाम की word हमारे mind में ही है, अगर इसको आप अपने mind में जाकरके अच्छे से समझ लिया तो आप पुरे जीवन ख़ुशी से जी सकते है।

क्या हमारे जीवन में कभी भी प्रॉब्लम नहीं आ सकता?

हमारे लाइफ में तो प्रॉब्लम आते ही रहेंगे जब तक हम जिन्दा है तब तक, अगर उस प्रॉब्लम से दुखी होने के वजाये हम खुश रहना सीख गए तो बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम भी हम आसानी से solve कर पाते है। ये आप practically करके देखिये, मैं कह रहा हूँ इसलिए मत करिये आप खुद आपके mind में जाकर देखिये।  इसका मतलब आप 24/7 खुश रहो और enjoy करो जीवन की हर एक second… क्या पता अगले ही second में कुछ हो जाए तो करने के लिए कुछ भी नहीं बचेगा।

और सबसे ज्यादा आप ये सोचना बंद कर दो की आप अगर कुछ काम कर रहे हो तो लोग क्या सोचेंगे, जिस दिन से ये सोचना आप बंद कर देंगे न उसी दिन से खुशी खुशी जीवन जी पाओगे, ये लोगों को छोड़ दो क्यूंकि लोगों का काम है ही ऐसा की आप क्या कर रहे हो और कहा जा रहे हो सब कुछ देखते रहते है और कुछ न कुछ बोलते रहते है।

तो लोगों को छोड़ो, अपना सोचो जिंदगी जीने में मजा आएगा।

Conclusion

हमेशा एक बात याद रखना कि इस पूरी दुनिया में कोई भी हमेशा के लिए नहीं रहने वाले हैं। तो इसलिए दुःख में भी ये याद करो कि ये भी जल्दी खत्म हो जायेंगे और इस बात को याद करके आप हमेशा खुश रह पाएंगे। कुछ भी लॉस्ट हो जाये तो उसके बारे में सोच कर दुखी मत होते रहिये, जाने दीजिये उसे। हमेशा दुःख में या किसी प्रॉब्लम में ख़ुशी को देखिये।

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आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद।

Wish You All The Very Best.

3 thoughts on “हमेशा खुश कैसे रहे | How To Be Happy Always”

  1. पहले मेरे जीवन में दुख ही दुख था लेकिन अब मैं बहुत खुश हूँ धन्यवाद सर

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